पर्यावरण प्रबंधन संबंधी विस्तृत कार्य योजना बनाने के दिए निर्देश
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय की अध्यक्षता में लंबित वन आपत्तियों के निस्तारण व जिला पर्यावरण समिति की बैठक का आयोजन संबंधित अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने प्रभागीय वनाधिकारी कैलाश प्रकाश को निर्देश दिए कि जो लंबित बन आपत्तियां पड़ी हैं उनका राजस्व, खनिज के अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण कर तत्काल निस्तारण कराएं। जहां पर एनओसी में समस्या हो तो उसका विवरण सहित उल्लेख कर वापस किया जाए। उन्होंने अपर जिलाधिकारी जीपी सिंह से कहा कि तहसीलवार उप जिलाधिकारियों के साथ एक तिथि निश्चित कर एक सप्ताह के अंदर निस्तारण करें। अगर एक सप्ताह के अंदर निस्तारण नहीं होता है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। प्रभागीय वनाधिकारी से यह भी कहा कि वन क्षेत्राधिकारी, राजस्व व खनिज के अधिकारी जाकर तत्काल निस्तारण कर जो एनओसी देने लायक है तो उसे दे। वन क्षेत्र में है तो आपत्ति बनाकर उपलब्ध कराएं। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने
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बैठक में निर्देश देते डीएम। |
पर्यावरण के संबंध में ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, ई वेस्ट प्रबंधन, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट प्रबंधन, कृषि अपशिष्ट आदि विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा की। प्रभागीय वनाधिकारी से कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ विस्तारपूर्वक कार्य योजना बनाई जाए। सभी तहसीलों पर उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर कार्यवाही सुनिश्चित कराएं। क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर पालिका, नगर पंचायतों का सहयोग करें। वाटर बॉडीज के कार्यों पर भी जल निगम, जल संस्थान आदि से मिलकर कार्य योजना तैयार की जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, अपर जिलाधिकारी जीपी सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी कैलाश प्रकाश, उप जिला अधिकारी कर्वी राम प्रकाश, मानिकपुर संगम लाल, मऊ नवदीप शुक्ला, राजापुर राहुल कश्यप, जिला खनिज अधिकारी सनी कौशल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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