पराली के नाम पर किसानों पर मुकदमे वापस लेने की मांग
फतेहपुर, शमशाद खान । केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये तीनो कृषि कानूनों को स्थगित कर किसानों का धरना समाप्त कराने जाने को लेकर अखिल भारत हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता ने सोमवार को महामंत्री मनोज त्रिवेदी की अगुवाई में कलक्ट्रेट पहुँचकर जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेज कर कृषि बिल वापस लिए जाने की मांग किया। डीएम को सौपे ज्ञापन में बताया कि कोरोना के कारण लोगो के उद्योग-धन्धे चैपट हो चुके है जिससे बड़ी संख्या में लोगो को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है और उनमें हताशा निराशा भरी हुई है। ऐसे में किसानों व मजदूरों की आजीविका बमुश्किल कृषि के बल पर ही चल रही है। सरकार द्वारा पास किये गये कृषि कानून से किसान सहमत नही है। अन्नदाता किसानो के हितों को देखते हुए सरकार कृषि कानून को स्थगित कर किसानों का धरना समाप्त करने की पहल करे। उन्होंने मांग किया कि कृषि कानून को एक वर्ष के
![]() |
कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता। |
लिए स्थगित कर राज्यों को लागू करने और न करने का अधिकार दे। भीषण ठण्ड में धरना दे रहे किसानों में अब तक 60 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। सरकार मृतक किसानों के परिजनों को सरकारी नॉकरी दे। पराली जलाने के आरोप में किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने के साथ ही पराली जलाने पर मुकदमा दर्ज होने का प्रावधान वापस लेने, धान विक्री केन्द्रों पर विचैलियों पर सख्त कार्यवाही करने, खाद और बीज के साथ कीट नाशाक दवाओं पर किसानों को सब्सिडी देने की मांग किया। इस मौके पर प्रमोद कुमार पांडेय, बाबू सिंह, सुनीता, शिवाकांत तिवारी, सन्तोष, बबलू मिश्रा, प्रदीप तिवारी, आशीष कुमार, नवाब सिंह, किरण देवी, जगनारायण द्विवेदी, अनुज गुप्ता, रंजना सिंह, स्वामी राम आसरे आर्य आदि मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment