चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। श्रीमद् भागवत परमहंस की कथा है। जिसे सुनने मात्र से जन्म जन्मांतर के पापो का नाश हो जाता है। मोक्षदायिनी भागवत कथा मानव को सुनना चाहिए।
कथा रसपान कराते भागवताचार्य।
मानिकपुर कस्बे के सुभाष नगर में चल रही भागवत कथा के समापन अवसर पर कथा व्यास आचार्य नवलेश दीक्षित महाराज ने कहा जीव का प्रथम कर्तव्य भगवत प्राप्ति है। यदि यह नहीं हुआ तो जीवन व्यर्थ है। सत्य ही है, इस सत्य को यदि हमने स्वीकार कर लिया तो हमारा जीवन धन्य हो गया। सत्य में संत बैठता है, चित्त में भगवंत बैठता है। भागवत कथा के पंडाल में प्रबुद्ध श्रोता बैठता है। इस मौके पर भारी तादाद में श्रोतागण मौजूद रहे।
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