मन्दिरों में भी रही भक्तों की भीड़, माथा टेक मांगी मुरादें
होटलों एवं रेस्टोरेंटों में मनाया जश्न, सड़कों पर दिखी पुलिस
फतेहपुर, शमशाद खान । नववर्ष के लिए जैसे ही घड़ी की सुई बारह पार कर पहुंची तो युवाओं ने वर्ष 2021 का अपने-अपने अंदाज में स्वागत किया। मध्यरात्रि से नूतन वर्ष के स्वागत का सिलसिला शुरू हुआ तो शुक्रवार की देर रात तक नव वर्ष की बधाई देने का सिलसिला अनवरत चलता रहा। हर किसी ने नूतन वर्ष को अपने अलग अंदाज में मनाया या यूं कहा जाए कि नव वर्ष की पावन बेला पर दिल की बातें जुबान तक पहुंची है। जिसे नाम दिया गया। नववर्ष कामयाबियों भरा रहे, इसके लिए ईश्वर से कामना की गयी। नववर्ष का इस्तकबाल हर वर्ग के लोगों ने दिल खोलकर किया। जहां युवा वर्ग मध्यरात्रि से ही डीजे की मधुर धुन पर थिरकते हुए नूतन वर्ष के स्वागत पर एक दूसरे को गले लगाकर नववर्ष की बधाइयां दी।
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नये साल पर ताम्बेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करते श्रद्धालु। |
इतना ही नहीं सुबह से ही नये परिधानों को धारण कर लोगों ने पूरे साल घर मंे इसी तरह खुशियों का माहौल रहे और उनका घर आंगन यूं ही महकता रहे तथा खुशियों से आबाद रहे इसकी कामना परम पिता परमेश्वर से की गयी। नववर्ष मिलन समारोह के भी जगह-जगह पर आयोजन किये गये और इन आयोजनों को सफल बनाया। लोगों ने इन कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर नूतन वर्ष का बेसब्री से हर किसी को इंतजार रहा और मध्य रात्रि से ही मोबाइलों के जरिए एक दूसरे को बधाई संदेश एवं उपहार भेंट कर नूतन वर्ष का स्वागत किया गया। नूतन वर्ष खुशियों की सौगात लेकर आया है। इस बात को कहने के लिए लोग एक दूसरे के पास पहुंचे और घरों में जाकर ईष्टमित्रों को गले लगाकर प्यार भरा बधाई संदेश सुनाया। नववर्ष की इस बेला पर हर कोई दिल खोलकर जुटा रहा। बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी ने पर्व की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इन खुशी के पलों को एक दूसरे के साथ बांटा। इस अंदाज से प्यार भरी बंधाई देने पर लोगों ने यही कामना किया कि उनके लिए यह साल अच्छा बीते और सफलताओं भरा रहे। सीढ़ी पर सफलता दर सफलता हासिल होती रहे और कभी गम की परछायीं तक उन्हें छू न सके। नववर्ष की प्रभात बेला पर लोगांे ने पण्ड़ितों के दरवाजे भी खटखटाये और अपनी कुण्डलियां दिखाकर पूरा वर्ष उनके लिए किस प्रकार का रहेगा, इस रहस्य को जानने पर भी दिलचस्पी दिखाई। हर कोई अपने अच्छे समय के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहा और ग्रह किस प्रकार से इस वर्ष उनके लिए लाभकारी होंगे और कहां पर उन्हें हानि होगी और किस प्रकार से उत्तेजित ग्रहों को शांत किया जाए इन सबकी जानकारी के लिए भी लोग अपना भाग्य आजमाते रहे। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों मंे नूतन वर्ष के स्वागत पर व्यापक तैयारियां पहले से ही की गयी थी और उन्हीं के जीवन्त करते हुए नूतन वर्ष की बधाई एक दूसरे को लोगों ने दी और उपहार स्वरूप भंेट प्रदान की। हर घर में खुशियों का माहौल रहा और माहौल पूरी तरह से खुशियों के पल को लेकर आये। इसके लिए बराबर एक दूसरे को बधाईयां दी जाती रही। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में नववर्ष की धूम रही और हर दिल ने हर दिल से यही निकला कि नूतन वर्ष उनके लिए खुशियों की सौगात लेकर आया है और यह खुशियां यूं ही उनकी जिन्दगी में चलती रहेंगी। शहरी व ग्रामीण क्षत्रों में नूतन वर्ष के लिए ढोलताशों पर नृत्य भी खूब हुआ। जिला प्रशासन पूरी तरह से नूतन वर्ष में किसी प्रकार की अनहोनी घटना न हो इसके लिए सजग रहा और हर गली हर चैराहे व नुक्कड़ पर खाकी की निगाहें जमी रही। खास कर नूतन वर्ष की मध्य रात्रि से सुबह तक पुलिसिया गश्त तेज रहा और पुलिस की चहलकदमी का ही नतीजा रहा कि बिना किसी अनहोनी के शान्तिपूर्वक ढंग से जिले में नूतन वर्ष की यह पावन बेला सम्पन्न हो गयी।
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