सीएचसी अधीक्षक डा. संदीप को न हटाए जाने पर जारी रहा अनशन
उप जिलाधिकारी पैलानी ने मौके पर पहुंचकर लिया जायजा
जसपुरा, के एस दुबे । सीएचसी के दोबारा अधीक्षक बनाए गए डा. संदीप के खिलाफ स्वास्थ्य कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया था। लगातार दूसरे दिन भी अधीक्षक को हटाए जाने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों का अनशन जारी रहा। उप जिलाधिकारी पैलानी रामकुमार वर्मा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और जायजा लिया। लेकिन वह महज खानापूरी कर वापस लौट गए। इधर, अनश्ज्ञनकारियों का कहना है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती हैं, अनशन जारी रहेगा। अनश्ज्ञन कर रहे चिकित्सक डा. दिनेश कुमार का सीएमओ ने तबादला कर दिया है।
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सीएचसी जसपुरा का जायजा लेते एसडीएम रामकुमार वर्मा |
स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डा. संदीप पटेल और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ रार बढ़ती ही जा रही है। डा. संदीप पर जहां स्वास्थ्य कर्मियों से अभद्रता करने और उन्हें नाहक में परेशान करने के पूर्व में आरोप लगाए गए थे, वहीं स्वास्थ्य कर्मचारी डा. संदीप को अधीक्षक के रूप में स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। लामबंद होकर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सोमवार से कार्य बहिष्कार और अनशन शुरू कर दिया था। मंगलवार को दूसरे दिन भी अनशन जारी रहा। उप जिलाधिकारी पैलानी रामकुमार वर्मा सीएचसी पहुंचे और जायजा लिया। अनशन कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों बताया कि एसडीएम साहब केवल खानापूर्ति करने आए थे। यह भी बताया कि अनशनकारी डा. दिनेश कुमार को मुख्य चिकित्साधिकारी ने दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया है। अनशनकारियों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक यह अनशन जारी रहेगा अथवा हम सभी लोगों का यहां से ट्रांसफर कर दिया जाए।
पूर्व में स्टाफ ने किया था मुकदमा
जसपुरा। जसपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. संदीप पटेल पर लगातार महिलाओं के साथ शोषण के आरोप लगते रहे हैं जिसके खिलाफ स्टाप ने पूर्व में मुकदमा भी पंजीकृत कराया था। राजनीतिक हस्ताक्षेप के बाद डाक्टर पटेल को पुनः सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुरा का प्रभारी बना दिया गया है। जिससे समस्त स्टाफ भयभीत है और उन्हें हटाने की मांग जिलाधिकारी से लेकर राजनैतिक लोगों से कर चुके हैं। लचर कानून व्यवस्था और भ्रष्ट अधिकारियों के चलते डाक्टर को वहां से नहीं हटाया जा रहा है जिसके चलते स्टाप ने अस्पताल परिसर मे ही धरना शुरू कर दिया है।
मिल रहीं धमकियां
जसपुरा। अनशनकारियों को अब धमकाया जा रहा है। फार्मासिस्ट सुमिन्त को रात में आपातकालीन ड्यूटी के दौरान गांव के ही दबंग व्यक्ति के द्वारा जान से मारने की धमकी व अनशन का साथ न देने की बात कही गई है। साथ ही सुनीता साहू ने बताया कि उसके घर जाकर डा. सन्दीप पटेल ने धमकाया और अनशन में न जाने की बात कही है। अनशन पर बैठे डा. दिनेश कुमार का स्थानान्तरण भी कर दिया गया है। जब पूरे पूरे मामले जानकारी डा. सन्दीप पटेल से की गई तो उन्होने समय मांगते हुये खुद के द्वारा की गयी गलतियों को सुधारने की बात कही है, वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो फोन नहीं रिसीव हुआ।
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