मिल्क पाउडर की व्यवस्था को शासन को पत्र भेजने के दिए निर्देश
जिला पोषण समिति की हुई बैठक
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों को पोषाहार वितरण, ड्राई राशन की मात्रा व पैकेट्स कलर कोड, सैम मैम बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन, वजन मशीनों की उपलब्धता, खाद्य एवं रसद, पंचायती राज विभाग, किशोरियों की स्थिति, आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों की श्रेणीवार संख्या आदि विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की। बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी मानिकपुर तथा जिला पूर्ति अधिकारी के उपस्थित न होने पर जवाब तलब किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आजीविका मिशन के लोगों को निर्देश दिए कि ब्लॉकवार जहां जिन केंद्रों पर खाद्यान्न अभी तक वितरित नहीं हुआ है उसका कारण सहित विवरण उपलब्ध कराया जाए। जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित किए जाने वाले दूध व मिल्क पाउडर की व्यवस्था अभी तक न
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बैठक में निर्देश देते डीएम। |
होने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास मनोज कुमार को निर्देश दिए कि इस संबंध में शासन को पत्र भेजा जाए। उन्होंने कहा कि पोषाहार वितरण का नोडल अधिकारीयों से सत्यापन कराया जाए आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका बनाने का शत प्रतिशत सत्यापन कर प्रगति कराएं तथा एकरूपता होना चाहिए। मानक के अनुरूप कार्य और स्थल का निरीक्षण भी कराया जाए। बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रापर तरीके से कार्यों को कराएं। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों पर जो व्यवस्थाएं की गई है उसका सत्यापन अवश्य करें। पोषण वाटिका की देखभाल के लिए जो शासन से निर्देश प्राप्त हुए हैं। उसका अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। जहां पर सहायिका नहीं है तो वहां पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रसोइयों के माध्यम से देखभाल कराएं एवं पौधों को उपलब्ध कराने की प्रक्रिया जिला उद्यान अधिकारी सुनिश्चित करें। आंगनबाड़ी केंद्र पर चिन्हित कुपोषित बच्चों को दुधारू गाय दिए जाने की प्रगति को बढ़ाएं। अति कुपोषित बच्चों को चिन्हांकन कर मऊ तथा मानिकपुर में 19 दिसंबर को दुधारू गाय दिए जाने का कार्यक्रम आयोजित किया जाए। कहा कि कुपोषित बच्चों को दुधारू गाय दिए जाने के बाद कुछ बच्चों के वजन में प्रगति हुई है। इसमें और अधिक फोकस करने की जरूरत है। पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों का जो माह में लक्ष्य दिया गया है। उसका सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि जिन बाल विकास परियोजना अधिकारियों की प्रगति ठीक नहीं है उनसे स्पष्टीकरण लेते हुए विभागीय कार्यवाही कराएं और इनका वेतन भी रोका जाए। स्वास्थ्य विभाग के कन्वर्जेंस एक्शन प्लान के अंतर्गत बच्चों के टीकाकरण कराया जाए। इसमें किसी भी बिंदु पर कार्य पूर्ण नहीं है। जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि जो स्वास्थ्य विभाग के जिन बिंदुओं पर कमी हुई है तो उसमें स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास परियोजना अधिकारी का जवाब तलब अवश्य कराए। सैम मैम बच्चों के सुधार की समीक्षा सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि जो किशोरियां स्कूल नहीं जा रही हैं उनको शिक्षकों को लगाकर विद्यालयों पर शिक्षा ग्रहण कराया जाए और जिन परिवारों पर बेटियां हैं उन्हें पिंक कार्ड योजना का लाभ दें। कहा कि एल्बेंडाजोल की गोलियां का वितरण भी कराया जाए। बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से जो वीएचएनडी की ड्यू लिस्ट दी जा रही है उसे सही तरीके से कराएं तथा फीडिंग भी समय पर कराई जाए। जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास को निर्देश दिए कि जो शासन से दिशा निर्देश दिए गए हैं उनका शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, उप जिलाधिकारी कर्वी राम प्रकाश, डीसी मनरेगा दयाराम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार राणा, जिला उद्यान अधिकारी रमेश कुमार पाठक, डिप्टी आरएमओ संजय श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरके गुप्ता, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी राजबहादुर, बाल विकास परियोजना अधिकारी कवी पीडी विश्वकर्मा, पहाड़ी महेंद्र कुमार पटेल, रामनगर वीरेंद्र कुशवाहा, शहर बीएल गुप्ता सहित संबंधित अधिकारी व पिरामल संस्था के लोग मौजूद रहे।
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