कृषि बिल से आय दोगुनी करें किसान: मंत्री
किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई चै. चरण सिंह की जयंती
प्रदर्शनी का किया अवलोकन, सम्मानित किए गए 32 कृषक
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। लोक निर्माण विभाग राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय व जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय की उपस्थिति में किसानों के मसीहा चैधरी चरण सिंह का जन्म दिवस किसान सम्मान दिवस रूप में मनाया गया। इस दौरान सबमिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन किसान मेला एवं कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती, चैधरी चरण सिंह व नानाजी देशमुख के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित व माल्यार्पण कर कृषि विज्ञान केंद्र गनींवा परिसर में हुआ।
किसानों को सम्मानित करते मंत्री
राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि किसानों के हित में सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए प्रतिवर्ष कार्यक्रम मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में सरकार का गठन होते ही यह सोचा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कैसे हो, इसके लिए उन्होंने पानी, विद्युत, बीज आदि के दाम घटाकर और किसानों के अनाज को अधिक दाम पर लेने की योजना को लागू किया। उन्होंने स्वामी नाथन के विषय को निकाल कर सरकार बनते ही उसमें समीक्षा कर लागू कराया। न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया और कौन सी फसल किस दाम पर बिकेगी तो उस हिसाब से किसान फसल तैयार करें। इसको लागू किया है। कहा कि कोई समस्या होती है तो जिला प्रशासन व कृषि विभाग निस्तारण करता है। कृषि विभाग की ओर से खुरपी से लेकर ट्रैक्टर तक देने का कार्य ऑनलाइन के माध्यम से किया जा रही है। जिसका लाभ उठाएं। सरकार ने यह लागू किया कि किसानों को लागत के सापेक्ष दाम अधिक मिले। जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है तो जनपद में वर्षा अधिक होने लगी है और उत्पादन अच्छा हो रहा है। गौशाला के माध्यम से अन्ना प्रथा पर रोक लगाई गई है। किसान गायों को बांधकर रखें। प्राकृतिक खेती को आगे बढ़ाएं। इसमें कोई लागत नहीं होती। इससे बहुत अच्छी फसल पैदा होती है। जनपद बांदा व कानपुर में कई दुकानें हैं जो बिना खाद, पानी के बीज उपलब्ध हैं उनका लाभ लें। गौ मूत्र से खेती करें। रासायनिक खाद न डालकर प्राकृतिक चीजों को अपनाएं। सरकार निरंतर प्रयास कर रही है कि किसानों को नुकसान न होकर फायदा हो इसके लिए फसल बीमा कराकर दैवीय आपदा के दौरान लाभान्वित कराया जा रहा है। नवयुवक खेती की तरफ रुझान नहीं कर रहे।
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बागवानी देखते डीएम। |
फिर भी खेती में बढ़ोतरी हो रही है। पानी, विद्युत की व्यवस्था सरकार करा रही है। प्रयास है कि मेरठ आदि जनपदों की तरह चित्रकूट में भी पूरे वर्ष खेत हरे भरे रहें। उन्होंने कहा कि जनपद में 160 ट्यूबवेल सौर ऊर्जा से चल रहे हैं। किसान इस योजना का भी लाभ लें। किसी के बहकावे में न आएं। उन्होंने कहा कि इस कानून में किसानों को अनाज पैदा जो करेगा वह घर खेत खलिहान मंडी मार्केट व अन्य जनपद पर बेंच सकते हैं। कोई समस्या नहीं है जो कांटेक्टर किसान के फसल का अनुबंध करेंगे वह खेत का नहीं और उन्हें समय से मुआवजा न मिलने पर परगना अधिकारियों के द्वारा फैसला कर तीन दिन के अंदर किसान के अनाज का पैसा संबंधित कंपनी व बटाईदार से दिलाने का कानून लागू किया गया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने आवश्यक वस्तु अधिनियम जो पूर्व में लागू था उसको हटाकर किसान के अनाज को आवश्यक वस्तु अधिनियम से अलग किया है। कहा कि किसान विरोधी धरने पर किसानों से ज्यादा विरोधी पार्टी के लोग बैठे है जो बरगला रहे है। उस पर ध्यान दें। यही सबसे अपील है।
जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय ने कहा कि तकनीकी सत्र में किसानों के हित की जानकारी प्राप्त की। बहुत सी ऐसी योजनाएं हैं जो किसान लाभ नहीं ले पाते हैं। ऐसे अवसर पर वैज्ञानिकों से जानकारी लेकर कृषि को बढ़ावा दें। किसान सम्मान निधि में पहले 75 हजार किसानों को लाभ मिलता था। इसके बाद कृषि विभाग के सहयोग से आज 1 लाख 90 हजार कृषक पंजीकृत किए गए। जिनमें से 1 लाख 63 हजार किसानों के खाते में 25 दिसंबर को धनराशि हस्तांतरित की जाएगी। अभी भी जो शेष है वह किसान सहायकों के माध्यम से उप जिलाधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों ,कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों से मिले। समस्या होने पर उन्हें अवगत कराएं। लाभ दिलाया जाएगा। किसान दैवीय आपदा को देखते हुए फसल बीमा कराएं। किसान सम्मान निधि पाने वाले सभी कृषक किसान क्रेडिट कार्ड अवश्य बनवा लें। जनपद में लगभग 300 से अधिक गौशाला का निर्माण कराकर अन्ना प्रथा को रोका गया है। अन्ना पशु और किसी के नहीं हैं। इन पर नियंत्रण करें। तभी इनसे निजात मिलेगी। मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी ने किसान सबसे बड़ा रिस्क मौसम के साथ लेता है। मौसम में बदलाव आते जाते रहते हैं। कभी सूखा कभी बाढ़। जिसकी मार किसान को सहन करना पड़ता है। इस विषय पर सरकार न्यूनतम आय देने के प्रयास किए गए हैं। जिसमें किसान सम्मान निधि में एक वर्ष में 6 हजार रुपए दिया जा रहा है। फसल बीमा योजना के प्रति किसान अपना रुझान बढाएं। उप निदेशक कृषि टीपी शाही ने कहा कि चैधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 में हुआ था। उन्होंने किसानों के उत्थान के लिए कई विधेयक पास कर किसानों को लाभान्वित कराया है। जमीदारी उन्मूलन व्यवस्था को खत्म किया। पटवारियों ने आंदोलन किए और चेतावनी के साथ समय दिया, लेकिन नहीं माने तो उन्हें समाप्त कर लेखपाल की व्यवस्था कर भर्ती कराई। इस मौके पर उद्यान, कृषि, पशु पालन, मत्स्य में अच्छा कार्य करने वाले 32 किसानों को सम्मानित भी किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन जिला कृषि अधिकारी बसंत कुमार दुबे ने किया। इसके पूर्व विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी देखी। इस अवसर पर राजापुर एसडीएम राहुल कश्यप, प्राचार्य कृषि विज्ञान केंद्र गनींवा डॉ चंद्रमणि त्रिपाठी, जिला उद्यान अधिकारी डॉ रमेश कुमार पाठक, भूमि संरक्षण अधिकारी हिमांशु पाण्डेय, जिला कृषि रक्षा अधिकारी धर्मेंद्र कुमार अवस्थी सहित संबंधित अधिकारी, भाजपा नेता, वैज्ञानिक व किसान मौजूद रहे।
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