आईजी ने फारेंसिक टीम, साइबर क्राइम पुलिस थाना प्रभारी के साथ की समीक्षा बैठक
बांदा, के एस दुबे । चित्रकूटधाम परिक्षेत्र के आईजी के. सत्यनारायणा ने शनिवार को पुलिस लाइन सभागार में फारेंसिक टीम, साइबर क्राइम पुलिस थाना के प्रभारी व कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान आईजी ने पुलिस टीमों से कहा कि साक्ष्य न होने के कारण, गवाहों के मुकर जाने से अभियोग में सजा अपराधियों को नहीं मिल पाती। इसलिए अब वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने की जरूरत है ताकि अपराधी सजा से किसी हाल में न बच सकें।
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आईजी की समीक्षा बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारी |
आईजी ने कहा कि हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, बलात्कार, मादक पदार्थों की बरामदगी और शस्त्र बरामदगी के अनावरण के लिए वैज्ञानिक/तथ्य परक साक्ष्य संकलित करने में केाई कोताही न बरती जाए। घटनास्थल पर तत्काल पहुंचकर फारेंसिक, फील्ड यूनिट टीम के अधिकारी व कर्मचारी वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित करें। आईजी ने प्रत्येक सदस्य से उनकी दक्षता के मुतबिक किए गए प्रशिक्षण एवं कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्वी अरुण कुमार पाठक् ने पुलिस लाइन में नवगठित रेंज फील्ड यूनिट को अवगत कराया कि फील्ड यूनिट को तत्काल घटना की सूचना प्राप्त होने पर मौके पर पहुंचना चाहिए। घटनास्थल के चारों तरफ यलो टेप से सुरक्षित कर साक्ष्यों का अध्ययन कर संककिल तकिया जाए। इसके अलावा अन्य मामलों पर भी जानकारी आईजी ने हासिल की। डा. प्रवीन श्रीवास्तव द्वारा फिंगर प्रिंट व वैंजीडीन टेस्ट का लाइव डेमोनस्ट्रेशन दिया गया और समस्त प्रतिभाग करने वाले अधिकारी, कर्मचारियों से भी प्रेक्टिकल करवाए गए। फारेंसिक टीम को समय-समय पर प्रशिक्षित करने के लिए बाहर से एक्सपर्ट को बुलाया जाएगा। एफएसएल टीम लगातार साइबर थाने के संपर्क में रहेगी। यदि साइबर से संबंधित कोई बात की जानकारी होती है तो मिलकर कार्य करेंगे।
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