डीएम के निर्देशन पर 31 दिसंबर तक चलेगा अभियान
आशा कार्यकर्ता को मिलेगी 5 रुपए प्रति परिवार प्रोत्साहन राशि
बांदा, के एस दुबे । आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में गोल्डनकार्ड विहीन परिवारों का गोल्डन कार्ड बनाने के लिए अभियान शुरू हो गया है। 31 दिसंबर तक कोई भी पात्र परिवार गोल्डन कार्ड से वंचित नहीं रहेगा। अभियान को गति देने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को कार्ड विहीन परिवारों में कम से कम एक गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए 5 रुपए प्रति परिवार प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।
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गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए मौजूद लोग |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह के निर्देशन पर जीरो गोल्डन कार्ड वाले परिवारों में ज्यादा से ज्यादा लोगों के कार्ड बनाए जा रहे हैं। लाभार्थी परिवारों के किसी एक सदस्य का गोल्डन कार्ड नजदीक के जन सुविधा केंद्र जाकर बनवाने का जिम्मा क्षेत्र की आशा, संगिनी, एएनएम व आंगनबाड़ी को सौंपा गया है। यहां लाभार्थी को एक गोल्डन कार्ड के लिए 30 रुपए शुल्क देगा। परिवार के सभी सदस्यों के अलग-अलग कार्ड बनेंगे। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत परिवार को पांच लाख रुपए तक निःशुल्क उपचार की सुविधा मिलती है। इसका लाभ जिले के साथ प्रदेश व देश के किसी भी पंजीकृत सरकारी व निजी अस्पताल में लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान बनाये गए गोल्डन कार्ड के लिए संबंधित आशा को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। गोल्डन कार्ड विहीन परिवार में कम से कम एक सदस्य का गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशा को 5 रुपए प्रति परिवार की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जबकि गोल्डनकार्ड विहीन परिवार में एक से अधिक सदस्यों का कार्ड बनवाने पर आशा को 10 रुपए प्रति परिवार की दर से प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
97 हजार लक्षित परिवार का बनना है गोल्डन कार्ड
बांदा। योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डा. धीरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि जनपद में 138516 परिवारों में 6.92 लाख गोल्डन कार्ड बनाए जाना है। ग्रामीण क्षेत्रों के 97492 पात्र परिवारो के कार्ड बनाए जाने है। यह ऐसे परिवार हैं जिसमे किसी भी सदस्य का गोल्डनकार्ड अभी तक नहीं बना है। अभियान में अधिक से अधिक संख्या में लाभार्थी परिवारों के गोल्डनकार्ड बनवाए जाएंगे। अब तक 1.03 लाख गोल्डन कार्ड बन चुके हैं।
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