बांदा, के एस दुबे । विश्वद्यिालय में चल रहे कृषि शोधों की विस्तृत जानकारी हासिल करने के लिए चित्रकूटधाम मंडलायुक्त गुरुवार को विश्वविद्यालय पहुंचे। भ्रमण करते हुए आयुक्त ने बाग-बगीचे भी देखे। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों को बुंदेलखंड क्षेत्र में वातावरण व जलवायु के मुताबिक तकनीकी खेती को बढ़ावा देने की नसीहत दी। कहा कि बुंदेले किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में तेजी से काम करने की जरूरत है।
गुरुवार को आयुक्त श्री दयाल ने कृषि विश्वविद्यालय पहुंचकर कृषि और कृषि से संबन्धित विभिन्न गतिविधियों का बारीकी से अध्ययन किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के कृषि शोधों के बारे मे विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र मे कृषकों की प्रमुख समस्या अन्ना प्रथा एवं सिंचाई के जल पर वैज्ञानिकों से वार्ता की। कहा कि अन्ना और सिंचाई समस्याओं के समाधान से ही बुन्देलखण्ड का किसान प्रगति कर सकता है। इसके लिये
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कृषि विवि में भ्रमण के दौरान बातचीत करते आयुक्त गौरव दयाल |
जन जागरूकता के साथ साथ कृषकों में आधुनिक खेती के प्रति रुचि और जरूरत को समझना होगा। यहां के किसान उत्तम तकनीकी को अपनाकर अपनी आय को दोगुना से भी ज्यादा कर सकते हैं। आयुक्त ने फल विज्ञान विभाग द्वारा विश्वविद्यालय परिसर मे विगत दो वर्षो में लगाये गए बागवानी क्षेत्रों का भ्रमण किया। बागवानी में बुंदेलखंड की जलवायु के अनुसार नीबू, बेर, अमरूद, अंजीर, अनार, मौसमी, किन्नो, ड्रेगन फ्रूट अािद तैयार की गई हैं। आयुक्त ने कृषि वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही वैज्ञानिको से कृषको के परिक्षेत्र पर आनी वाली परिस्थितिजन्य समस्या के बारे मे भी चर्चा की। विश्व विद्यालय परिसर के अन्तर्गत हो रहे शोध कार्यों व बुन्देलखंड में विभिन्न फलों की उन्नत किस्मों का उत्पादन और गुणवत्ता को देखकर संतोष व्यक्त किया। कहा कि फल उत्पादन की तकनीक बुन्देलखंड में प्रत्येक कृषकों तथा पहंुचाने का प्रयास किया जाना चाहिये।
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