बांदा, के एस दुबे । उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत शहर के एक होटल में आजीविका सखी दीदियों को पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कृष्ण करुणाकर पाण्डेय डिप्टी कमिश्नर के मार्गदर्शन में दिया गया। ट्रेनर डीआरपी कमल मिश्रा ने दीदियों को मिट्टी कितने प्रकार की होती है। मृदा परीक्षण, बीज शोधन कैसे करे उसके बारे में जानकारी दी। प्रोजेक्टर के माध्यम से भी जैविक खेती के बारे में जानकारी दी गई। जैविक खाद, भू नाडेप, नाडेप, कम्पोस्ट खाद, वर्मी कम्पोस्ट और निमास्त्र, ब्रह्मासत्र, आगनास्त्र निर्माण कैसे कर सकते है उसके बारे में बताया गया। डीआरपी जगमोहन लाल ने श्री विधि, स्वी विधि से धान और गेहूं की बुआई कर पैदावार अधिक होने की जानकारी दी। पशु पालन, उनमें होने वाले रोग तथा खान पान के बारे में बताया गया।
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प्रमाण पत्रों के साथ प्रशिक्षणार्थी |
प्रशिक्षण के समापन पर जिला मिशन प्रबंधक राकेश कुमार ने कृषि और पशुपालन से आत्मनिर्भर कैसे बना जा सकता है, उसके बारे में बताया। प्रतिभागियों को प्रगतिशील किसान प्रेम सिंह की बगिया और डिंगवाही में कमलेश दीदी के यहां का भ्रमण कराया गया, वहां पर दीदियों को जैविक खाद, पशुपालन, पौध क्यारी को दिखाया गया। प्रशिक्षण समापन के दौरान सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र के साथ एक एक बैग और यात्रा भत्ता वितरण किया गया। इस इस मौके पर डीएमएम निखा सचान, शालिनी जैन, प्रवीण कंचनी, धर्मेन्द्र जायसवाल, डीआरपी अशोक राज, बीआरपी के अलावा बबेरू ब्लाक से 13 दीदी, महुआ से 7 और तिंदवारी से 14 दीदियों ने प्रतिभाग किया।
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