कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित मेले में नाम मात्र रही भीड़
न झूले लगाए गए और न ही मनोरजंन के साधन रहे
कालिंजर, के एस दुबे । अजेय दुर्ग कालिंजर में विराजमान भगवान नीलकंठेश्वर के दर्शन के लिए कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं का रेला जुटा करता था, लेकिन अबकी बार कोरोना महामारी ने सब कुछ फीका कर दिया। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर ऐतिहासिक दुर्ग कालिंजर में मामूली भीड़ ही रही। न तो बाहरी दुकानदार आए और न ही झूले लगे। मनोरंजन के साधन भी नहीं जुटे। कुल मिलाकर कोरोना महामारी के कारण सब कुछ फीका रहा।
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कालिंजर दुर्ग में भगवान नीलकंठेश्वर के दर्शन को जाते श्रद्धालु |
गौरतलब हो कि कार्तिक पूर्णिमा के मेले को लेकर जहां प्रशासनिक मशीनरी पिछले वर्षों में सक्रिय हो जाती थी, वहीं लाखों लोगों का हुजूम कार्तिक पूर्णिमा के लिए कालिंजर दुर्ग पहुंचता था। दुर्ग में विराजमान भगवान नीलकंठेश्वर के दर्शन करने के बाद ही कार्तिक पूजा करने वाले लोग अपना व्रत पूरा करते थे। अलबत्ता अबकी बार कोरोना महामारी के कारण सब कुछ फीका नजर आया। मामूली भीड़ ने ही भगवान नीलकंठेश्वर का जलाभिषेक कर दर्शन किया। किसी भी प्रकार के मनोरंजन की व्यवस्था मेले में नहीं रही। इसके साथ ही झूले तक नहीं लगाए गए थे। सुरक्षा के लिहाज से जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया था।
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