काले कानून को वापस कराकर ही दम लेगा किसान
बिन्दकी-फतेहपुर, शमशाद खान । वर्तमान समय मंे पड़ रही भीषण ठण्ड के बीच भी देश की राजधानी दिल्ली में किसानों द्वारा केन्द्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में लगातार धरना दिया जा रहा है जिसका समर्थन करते हुए नगर के किसानोंने ललौली चैराहा पर अनिश्चितकालीन धरने की शुरूआत कर दी। किसानों का कहना रह कि जब तक काला कानून वापस नहीं होगा तब तक धरना अनवरत जारी रहेगा। इस काले कानून को वापस कराकर ही किसान दम लेगा।
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ललौली चौराहा पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान। |
बताते चलें कि केन्द्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून बनाये जा रहे हैं जिसका विरोध पूरे देश में चल रहा है। कृषि बिल के विरोध में किसान देश की राजधानी दिल्ली में अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। किसान व सरकार के मध्य कई बार वार्ता भी हुयी लेकिन वार्ता विफल हो गयी। किसानों का कहना है कि इन कृषि कानूनों को देश में लागू न किया जाये क्योंकि इन कानूनों के बन जाने से जहां जमाखोरी को बढ़ावा मिलेगा वहीं कृषि का सीधा लाभ पूंजीपतियों को मिलने लगेगा। देश का किसान और ज्यादा बदहाल हो जायेगा। दिल्ली मे आक्रोशित किसानों के समर्थन में रविवार को बिन्दकी नगर के किसानों ने ललौली चैराहा पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। धरने पर बैठे किसानों का कहना रहा कि जब तक इस काले कानून को वापस नहीं लिया जाता तब तक धरना अनवरत जारी रहेगा। केन्द्र की मोदी सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए ही काले कानून ला रही है। विभागों का निजीकरण करके सीधे-सीधे अंबानी व अडानी को लाभ पहुंचाया जा रहा है। यह सरकार पूंजीपतियों की सरकार है। इस मौके पर चंदन सिंह चैहान, बबलू कालिया, सुखपाल पासवान, वीरेंद्र सिंह पटेल, सोम ठाकुर, सैलाब पटेल, सुशील कालिया, राजेश जाटव, संगम तोमर, सर्वेश पासवान, अतुल पटेल, सिद्धार्थ एडवोकेट सहित तमाम किसान एवं किसान पुत्र मौजूद रहे।
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