संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा का चैथा दिन
तिंदवारी, के एस दुबे । कस्बे के हनुमान नगर में आयोजित संगीतमयी श्रीमद् भागवत सप्ताह के चैथे दिन कथावाचक पंडित आनंद भूषण जी महाराज ने प्रहलाद चरित्र, अजामिल उपाख्यान सहित श्रीकृष्ण जन्म उत्सव की कथा सुनाई। कथाओं को सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।
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कथावाचक से आशीर्वाद प्राप्त करते भाजपा नेता आनंद स्वरूप द्विवेदी |
शनिवार को कथा के चतुर्थ दिवस की पावन बेला पर प्रहलाद चरित्र के माध्यम से महाराज ने भक्ति पक्ष को सर्वश्रेष्ठ बताया। प्रहलाद जी ने भक्ति मार्ग में प्रवेश करते हुए पत्थर में श्री नरसिंह भगवान को प्रकट कर दिया। भगवान की यही कृपा है जो अपने भक्तों के लिए अद्भुत रूप धारण कर लेते हैं। अजामिल उपाख्यान की कथा सुनाते हुए संसार को सरोवर बताया। गजेंद्र को अभिमानी तथा अहंकारी जीव बताते हुए कहा की वह अहंकार के कारण इस संसार रूपी सरोवर में डूब जाता है। फिर जब वह भगवान के चरणों का श्रेय लेता है तो भगवान ही उसे मुक्त करते हैं। राम जन्म की कथा सुनाई। राम की प्रत्येक लीला गुरु के लिए संपन्न हुई। रामजी ने गुरु आज्ञा से धनुष भंग किया, गुरु आज्ञा से रावण का वध किया। इसीलिए रामचरित्र परम पवित्र है और कृष्ण जन्म उत्सव की पावन कथा संपन्न हुई जो श्री कृष्ण चरित्र परम विचित्र है। भगवान की लीलाओं में संशय करना यह जीव की अज्ञानता है। भगवान के जन्म के समय समस्त श्रोता आनंद उत्सव में डूब गए। पंडित आनंद भूषण दीक्षित ने कहा कि दिखावे के लिए नहीं बल्कि आंतरिक भाव से ही सेवा करनी चाहिए। गोपनीय दान ही सर्वश्रेष्ठ होता है। इस अवसर पर प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित गोपाल कृष्ण चंदन, भाजपा नेता आनंद स्वरूप द्विवेदी, अरुण सिंह पटेल, नवल किशोर तिवारी, इंद्रजीत सिंह, ओम प्रकाश मिश्रा, अखिलेश पटेल, रामचरण द्विवेदी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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