नपा अध्यक्ष समेत 22 पर मामला दर्ज
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिले के पठारी क्षेत्र को पाइप पेयजल योजना से संतृप्त करने के लिए पूर्ववर्ती सरकार परियोजना शुरू कराई थी। जिसमें ठेकेदारों ने अधिकारियों की मिलीभगत के चलते करोड़ों रुपए की हेराफेरी की है। जिस पर आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन लखनऊ ने नगर पालिका चेयरमैन समेत 22 लोगों के खिलाफ मामला पंजीकृत कराया है।
गौरतलब हो कि 2011-12 में पाइप पेयजल योजना के तहत पठारी क्षेत्र को सरसब्ज करने के लिए उप्र जल निगम के ठेकेदारों ने कार्य कराया था। अधिकारी व ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते लगभग 328 करोड़ की
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पूर्व में निरीक्षण करने आए अधिकारी। |
परियोजना में 20 करोड 43 लाख 91 हजार 616 रुपए की हेराफेरी सामने आई। ऐसे में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन लखनऊ ने शासन से मंजूरी लेने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष/ठेेकेदार नरेन्द्र गुप्ता, एक्सईएन रामबिहारी, जेपी सिंह, यशबीर सिंह, एई अंकुर यादव, एके अवस्थी, विभाग में कार्यरत एई एके भारती समेत 22 लोगों के खिलाफ मामला लखनऊ में दर्ज कराया है। बताया गया कि ग्राम समूह पेयजल योजना के तहत मऊ क्षेत्र के 58 गांवों को संतृप्त करने के लिए 160 करोड़ व बरगढ़ के 38 गांवों तक पेयजल पहुंचाने को 168 करोड़ रुपए स्वीकृत हुआ था। ठेकेदार व अधिकारियों की मिलीभगत से बिना वाटर सप्लाई चालू किए बडी संख्या वाटर मीटर खरीद के नाम पर गबन किया गया है।
जैसा करेंगे, वैसा भरेंगे: खरे
चित्रकूट। भाजपा जिलाध्यक्ष चन्द्रप्रकाश खरे ने पाइप पेयजल परियोजना घोटाले के मामले में नपा अध्यक्ष, ठेकेदार के बारे में कहा कि जो जैसा करेगे, वैसा भरेंगे। हाईकमान के आदेशानुसार कार्यवाही की जाएगी। इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।
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