बबेरू क्षेत्र के पिस्टा गांव में हुई अग्निकांड की घटना
बांदा, के एस दुबे । रविवार रात को आशियाना धू-धूकर जल उठा। नींद में सोए लोगों ने चीख-पुकार सुनी तो भागकर घर के बाहर आए और आनन-फानन में आग बुझाने का प्रयास किया जाने लगा। दमकल बाद में पहुंची, इसके पूर्व ही सबमर्सिबल के जरिए ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक 50 हजार रुपए नगद समेत सब कुछ जलकर खाक हो चुका था। अग्निकांड पीड़ित के पास न तो पहनने के लिए कपड़े बचे हैं और न ही खाने के लिए अनाज ही बचा है।
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आग से क्षतिग्रस्त मकान |
घटना बबेरू क्षेत्र के पेस्टा गांव की है। वहां रहने वाली मनोज पत्नी निरंजन और राजेंद्र कुमार पुत्र रामऔतार तिवारी के घर में रविवार की रात दो बजे अचानक आग लग गई। उस दौरान घर के सभी लोग गहरी नींद में थे। धू-धूकर मकान जलता देखकर पड़ोसियों ने शोर मचाया तो घरवालों की नींद खुली, सभी लोग किसी तरह से घर से बाहर आए। ग्रामीणों ने दमकल को सूचना दी। लेकिन दमकल बाद में पहुंची, इसके पूर्व ही सबमर्सिबल के जरिए गांव के लोगों ने आग पर काबू पाया लिया। इस दौरान 50 हजार रुपया नगद और घर गृहस्थी सब कुछ जलकर खाक हो गया। अग्निकांड पीड़ितों ने बताया कि उनके पास न तो पहनने के लिए कपड़े बचे हैं और न ही खाने के लिए अनाज ही बचा है। ऐसी हालत में अग्निकांड पीड़ितों ने प्रशासन से तत्कालिक मदद की गुहार लगाई है।
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