बुन्देली सेना ने मुख्यमंत्री से की मांग
चित्रकूट, , सुखेन्द्र अग्रहरि। मऊ-बरगढ़ पेयजल योजना में भ्रष्टाचार और खुली लूट मचाने वाले 22 लुटेरों को जल्द जेल भेजने की मांग बुन्देली सेना ने मुख्यमंत्री से की है। बताया कि ईओडब्ल्यू द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने से हड़कम्प मच गया है, लेकिन दोषियों को कठोर सजा देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा संदेश दिया जा सकता है। योजना में 20 करोड़ से ज्यादा की लूट हुई और जनहित की योजना में पलीता लगा दिया गया। जल्द ही इस मामले में बुन्देली सेना द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के जरिये मुख्यमंत्री को योजना में पग-पग में की गई लापरवाही की रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी। बुन्देली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि मऊ-बरगढ़ पेयजल योजना व्यापक जनहित से जुड़ी योजना थी स लोगों को घर-घर पानी की उपलब्धता कराना सरकार का लक्ष्य था। बावजूद इसके भ्रष्टाचारियों ने इसे लूट की योजना बना डाला। अधिकारियों ने ठेकेदार से सांठगांठ कर इस कदर धांधली की है। अभी भी स्टैंड पोस्ट नल ठूंठ नजर आ रहे हैं। योजना में भ्रष्टाचार की जनप्रतिनिधियों ने जमकर शिकायते की, लेकिन परिणाम नहीं आ
पाए। अंततः शासन स्तर से जब इस घोटाले की जांच कराई गई तो 20 करोड़ से ज्यादा का घोटाला सामने आया है। शासन की आर्थिक अपराध शाखा ने योजना के ठेकेदार भाजपा नेता समेंत कुल 22 लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार की एफआईआर दर्ज कराई है। इन 22 लोगों में योजना से जुड़े जल निगम की दोनों शाखाओं के कई एक्सीयन, एई, जेई और अधिकारी शामिल हैं। एफआईआर दर्ज होने के बाद हड़कंप मच गया है। खुद को बचाने के लिए भ्रष्टाचारी जुगत लगा रहे हैं। बुन्देली सेना ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि भ्रष्टाचारियों को कतई बख्शा न जाये। जल्द से जल्द सभी की गिरफ्तारी की जाये। अभी भी इन भ्रष्ट लोगों को लग रहा है कि वह अपना जुगाड़ लगा लेंगे। भ्रष्टाचार की रकम के जरिये करतूतों पर पानी फेर देंगे। यदि ऐसा हुआ तो सरकार के खिलाफ लोगों में गलत संदेश जाएगा। मऊ-बरगढ़ के ग्रामीण हों या फिर स्थानीय जनता सभी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कठोर कार्यवाही की प्रतीक्षा में हैं।
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