गांव के बाहर पेड़ में सुबह लटकती मिली लाश
करारी, कौशाम्बी, सुरेन्द्र कुमार पाल । करारी कोतवाली के भैला मकदूमपुर गांव के बाहर शनिवार की सुबह एक युवक की फांसी पर लटकती लाश मिली। युवक शुक्रवार की शाम घर से गांव में दावत खाने को निकला था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
भैला मकदूमपुर गांव का अखिलेश(२१)पुत्र ननकू पासी शुक्रवार की शाम गांव में ही दावत खाने के लिए निकला था। इसके बाद वह रात को घर वापस नही आया। घर वालो ने सोचा कि अखिलेश दावत में होगा। शनिवार की सुबह गांव के कुछ लोग शौच को गए थे। अरविंद मिश्र के नलकूप के पास नीम के पेड़ में अखिलेश का शव रस्सी से लटक रहा था। सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। रोते बिलखते परिजन मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अखिलेश ने फांसी क्यो लगाई। यह बात परिजन नही बता पा रहे है। कोतवाल अशोक कुमार का कहना है कि इत्तेफाकिया आत्महत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
चार महीने पहले अखिलेश का छोटा भाई दुर्गेश ने भी जहर खाकर दी थी जान
भैला मकदूमपुर के मृतक अखिलेश चार भाई थे। बड़े भाई उमेश व महेश की शादी हो चुकी है। अखिलेश तीसरे नम्बर का था। जिसने शुक्रवार की रात फांसी लगाकर जान दी। जबकि चौथे नम्बर का दुर्गेश चार महीने पहले जहर खा लिया था। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
चार महीने के अंदर दो-दो जवान बेटे की मौत से बदहवास हो गए मां-बाप
भैला मकदूमपुर के ननकू पासी के ऊपर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। चार महीने पहले सबसे छोटे बेटे दुर्गेश ने जहर खाकर जान दी थी। मां-बाप दुर्गेश की मौत का गम नही भूल पाए थे। कि शुक्रवार को तीसरे नम्बर के बेटे अखिलेश ने भी फांसी लगाकर जान दे दी। ननकू पासी रोते हुए कह रहा था कि आखिर उसने क्या बिगाड़ा था। जो उसके दो-दो जवान बेटे उसके सामने चले गए।
घर से लेकर निकला था रस्सी
भैला मकदूमपुर गांव में शुक्रवार को तीन शादी विवाह के कार्यक्रम थे। शाम को अखिलेश घर से निकलते समय तीनो शादी में शामिल होने की बात कहकर निकला था। रात में वह वापस घर नही लौटा। परिजनों ने सोंचा किसी के यहां शादी में रुक गया होगा। सुबह उसकी लाश मिली। जिस रस्सी से अखिलेश ने फांसी लगाई थी। उस रस्सी को कुछ दिन पहले बाजार से किसी काम के लिए लाया था। उसी रस्सी से अखिलेश ने फांसी लगाकर जान दे दी।
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