गौशाला में नहीं है चारा - भूसा की व्यवस्था
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। विकास खण्ड रामनगर अन्तर्गत ग्राम पंचायत पराकों के गौवंश आश्रय में तीन दिन के अन्तराल में तीन गौवंशों की मौतों को लेकर ग्रामीणों द्वारा सिद्ध आश्रम सेंधना बाबा में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया गया है। 2015 से 2020 तक गाँवों के किसी भी मजरे में नाली, खड़ंजा व विकास का भी मुद्दा बनाया गया है और गौवंशों के लिए चारा, भूसा न देने का मुद्दा दिन प्रतिदिन जोर पकड़ता जा रहा है।
रविवार को ग्राम पंचायत पराकों के समाजसेवी कुलदीप मिश्रा के नेतृत्व में गांव की समस्याओं व गौवंश आश्रय गृह में चारा, भूसा न होने को लेकर ग्रामीण कमलाकांत पाण्डेय, श्रवण तिवारी, शशिकान्त त्रिपाठी, सन्दीप पाण्डेय, रंजीत कपड़िया, बच्चा वर्मा ने बताया कि लगभग तीन दिन पहले खंड विकास अधिकारी आशाराम व उप जिलाधिकारी राहुल कश्यप को क्रमिक अनशन प्रारम्भ करने की सूचना दे दी गई थी, लेकिन कोई आवश्यक कदम न उठाने के चलते लोकतांत्रिक ढंग से सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत सिद्ध आश्रम सेंधना बाबा के प्राँगण में शुरू कर दिया गया है। समाजसेवी कुलदीप मिश्रा ने बताया कि ग्राम पंचायत पराकों में छह मजरे सम्मिलित हैं।
![]() |
अनशन पर बैठे ग्रामीण। |
जिनमें आज तक टूटी-फूटी सड़कें तो हैं लेकिन पानी की निकासी के लिए नालियों की कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिसके चलते गन्दा पानी लोगों के घरों के सामने भरा रहता है और संचारी रोग फैलने की आशंका बनी रहती है। जबकि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पीएम स्वच्छता मिशन की घोषणा 2018 में की थी, लेकिन प्रधान व सचिव के द्वारा उस स्वच्छता मिशन की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। ग्रामीण गन्दगी भरे माहौल में जीने को मजबूर हो रहे हैं। समाजसेवी मिश्रा ने बताया कि मार्च के महीने से गौवंश अन्ना टहल रहे थे। जिनको प्रतिबन्धित कराने के लिए सेंधना बाबा स्थित राजापुर रैपुरा मार्ग में ग्रामीणों ने लगभग चार घण्टे का चक्काजाम किया था। तभी उप जिलाधिकारी राजापुर राहुल कश्यप के द्वारा गौवंश आश्रय गृह बनवाने व गौवंशों की अच्छी व्यवस्था के आश्वासन पर चक्काजाम समाप्त किया गया था, लेकिन लगभग 15 दिन पूर्व से स्थाई गौशाला में गौवंशों के लिए चारा, भूसा न होने के कारण भूँख और प्यास से तड़पते तीन गौवंशों की मौत हो गई है। इसी प्रकरण को लेकर ग्रामीणों के सहयोग से अपने गौशाला में संरक्षित गौवंशों के जीवन यापन एवं सुरक्षा के लिए लोकतांत्रिक तरीके से सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है। समाजसेवी कुलदीप मिश्रा ने कहा कि ग्राम पंचायत के गौवंश आश्रम में जब तक चारे भूसे की व्यवस्था नहीं की जाएगी तब तक सत्याग्रह आन्दोलन क्रमिक अनशन के रूप में चलता रहेगा। उधर ग्राम प्रधान नथुनिया देवी के पति प्रतिनिधि भगवानदास सोनकर का कहना है कि सरकार द्वारा लगभग 6 माह से गौवंश आश्रय गृह के लिए किसी भी प्रकार का कोई अनुदान व धनराशि नहीं निर्गत की गई। भूसा मार्च और अप्रैल के महीने में खरीदा गया था वह लगभग 15 दिनों पहले ही खत्म हो गया है। धन की व्यवस्था न होने के कारण गौवंशों के लिए चारे की व्यवस्था नहीं की जा सकती है तथा खण्ड विकास अधिकारी रामनगर को 15 दिनों पूर्व ही सूचना दी जा चुकी है। प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि पांच माह के अंतराल में 9 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं।
No comments:
Post a Comment