करतल, के एस दुबे । गांव के प्रधान और सचिव ने मिलकर विकास के लिए आए धन का बंदरबांट कर डाला। गांव में विकास कार्य पूरी तरह से ठप हैं। निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं।
बड़ैछा ग्राम पंचायत प्रधान और सचिव की कारगुजारी से विकाय कार्य ठप पड़े हैं। ग्राम प्रधान को बिगत लगभग 2 वर्ष पहले आंगनवाड़ी केन्द्र बनाने के लिए शासन द्वारा धन स्वीकृत हुआ था, किन्तु आज की स्थिति में आधा अधूरा पड़ा है। नौनिहाल आज भी अपने हक के लिये संघर्षरत हैं। शौचालय बना वह भी अधूरा है। ग्राम प्रधान ने ग्राम की प्यास बुझाने वाले हैंडपम्प को ही ठीक कराने की बजाय उसे रीबोर घोषित कर उसकी समूची सामग्री अपने घर रखवा
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इस तरह अधूरे पड़े हैं निर्माण कार्य |
लिया। सूत्र दावा करते हैं कि विभागीय लापरवाही के चलते ग्राम प्रधान सचिव की मिलीभगत से कई खेतों के समतलीकरण को सिर्फ कागजों में पूराकर पैसा निकालकर बंदरबाट कर लिया है। जबकि उन जगहों पर अभी तक कोई कार्य नहीं किया गया। वर्षो से उक्त पंचायत में फैले भ्रष्टाचार एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों की अनदेखी आखिर किस ओर इशारा करती हैं। शायद बताने की जरूरत नहीं किन्तु ग्रामवासी इतना तो समझ ही रहें हैं कि लाखों की रकम में अकर्मण्ड अधिकारी भी कहीं ना कहीं शामिल हैं, वरना इतनी बड़ी लापरवाही शायद सम्भव नहीं। प्रधानमंत्री आवासों में भी जमकर गड़बड़ किया गया है।
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