प्रान्तीय प्रधानाचार्य सम्मेलन (कानपुर प्रान्त) का समापन
हमीरपुर, महेश अवस्थी । सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज हमीरपुर मे प्रान्तीय प्रधानाचार्य बैठक के समापन पर कानपुर प्रान्त के प्रान्त प्रचारक श्रीराम जी ने कहा कि निरन्तर सक्रिय रहने वाले मेरे भाइयों और बहिनों, आप सभी तीन बाते अवश्य याद रखें । योजना, क्रियान्वन, परिणाम तथा तीन विचार सामूहिक चिन्तन, सामूहिक निर्णय, सामूहिक परिश्रम। इन सभी बातो से सम्बल मिलता है। हमें अपनी कमजोरी को दूर रखनी चाहिये और मजबूती से आगे बढने का प्रयास करना होगा। उन्होने संघ की शाखा पर जोर देते हुये कहा कि इसमें जाने वाला व्यक्ति कभी असफल नहीं होता। हम नौकरी से समझौता कर सकते हैं, परन्तु सेवा मे हमें समर्पण का भाव रखना चाहिये। प्रधानाचार्य विधालय की रीढ़ की हड्डी होता है। आप कभी भी अधिकार के बारे में न सोचे। क्यों कि कर्तव्य बोध में ही अधिकार निहित है। अतः आप वर्ष भर की विधालय की कार्ययोजना बनायें व प्रचार प्रसार की व्यवस्था करें।
”कल पक्को योजकता“ का आशय है कि हमारी दृष्टि विकास पर होनी चाहिये, अगर हम इससे समझौता करेगे, तो निश्चित ही मिट जायेगे। आज हम आर्थिक विपन्नता से जूझ रहे हैं, मगर हमारे अन्दर शाखा चालाने की कुशलता है, तो हम देश चला सकते हैं। आज पूरा विश्व पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी का लोहा मानता है, क्योंकि शाखा में जाने की वजह से उनका टीम प्रबन्धन अच्छा था। उन्होने कहा प्रत्येक प्रधानाचार्य को अपने आचार्यां के साथ उनका सुख दुख जानने के लिये बैठना चाहिये। नेतृत्व करने के उन्होने पॉच गुरुमंत्र भी दिये 1. सम्पर्क शैली 2.स्नेह 3.संवाद 4. समन्वय की कुशलता 5.समाज के अन्दर सहयोगी वृत्ति। अतिथि परिचय सम्भाग निरीक्षक झॉसी राधेश्याम द्विवेदी ने कराया। विशिष्ट अतिथि भारतीय शिक्षा समिति के कोषध्यक्ष दीपचन्द्र पूरे कार्यक्रम में मौजूद रहे। कानपुर प्रान्त के प्रान्त प्रचारक व विशिष्ट अतिथि को मेजबान विधालय के प्रधानाचार्य रमेशचन्द्र नें अंगवस्त्र, शाल व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। विद्याभारती कानपुर प्रान्त के संगठन मंत्री सुनील जी एवं आत्मानन्द सिंह (प्रदेश निरीक्षक) व धीरेन्द्र सिंह (प्रदेश निरीक्षक जनशिक्षा) दीपचन्द्र (जिप्र) शारदादीन यादव पूर्व प्रदेश निरीक्षक, भगवान सिंह सेंगर(सम्भागनिरीक्षक कानपुरप्रान्त) रहे। संचालन प्रधानाचार्य गजेन्द्र सिंह महरौनी ने किया। आभार विद्या भारती के सहमंत्री/प्रबन्धक आरके सिंह ने जताया। वन्देमातरम् के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। यह जानकारी विद्यालय के मीडिया प्रभारी आचार्य वेदप्रकाश शुक्ल ने दी।
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