फतेहपुर, शमशाद खान । फ्रांस में जो सरकारी सतह पर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहिवसल्लम के खाके (तस्वीरें) छापे गये और फ्रान्सीसी सदर अमेनुअल मेकरो की तरफ से इन तस्वीरों की हिमायत किये जाने पर काजी-ए-शहर फरीद उद्दीन कादरी ने कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि फ्रान्सीसी सदर पूरी दुनिया की इंसानियत के लिए सबसे बड़ा दुश्मन है। जिसकी वजह से पूरी दुनिया का अम्नो अमान खतरे में है।
श्री कादरी ने कहा कि हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहिवसल्लम की तस्वीरों को छापकर मुसलमानों के ईमानी जज्बात को ठेंस पहुंचाने की कोशिश की है। जो पूरी दुनिया की एकता व भाईचारे को नफरत की आग में झोंकना चाहता है। लिहाजा मजहबी पेशवाओं व मुकद्दस शख्सियात की तौहीन करने वाले मुल्क के खिलाफ हिन्दुस्तान के हर इंसाफ पसंद लोगों का मुत्तहिद होना जरूरी है क्योंकि दुनिया का मुसलमान अपने नबी से अपनी जान से भी ज्यादा मोहब्बत करता है। तो तौहीने रिसालत हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगा। काजी-ए-शहर श्री कादरी ने कहा कि
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काजी-ए-शहर कारी फरीद उद्दीन। |
फ्रान्स के हुक्मरानों को मालूम होना चाहिए कि सलतनत उसमानिया के दौर में भी फ्रान्स ने ऐसी घिनौनी हरकत की थी। जिसका जवाब उस वकत केे सुल्तान अब्दुल हमीद ने दिया था। जिस पर फ्रान्स ने भी तौहीने रसूल पर बनी फिल्म पर रोक लगा दी थी। लिहाजा इस्लामी तआउन तनजीम (ओआईसी) और खास तौर पर एकवामे मुत्तहेदा की ये जिम्मेदारी है कि वह फ्रान्स में बनी तस्वीरों को छापने का नोटिस लेकर उस पर रोक लगायें। वरना मुसलमान जिस तरह वतन-ए-अजीज के खातिर अपनी जान की कुर्बानी देने के लिए तैयार रहता है उससे कई गुना ज्यादा अपने नबी पर अपना सब कुछ कुर्बान करने को तैयार है। उन्होने कहा कि फ्रान्स अपनी इस हरकत पर माफी मांगे। अगर फ्रान्स ने माफी नहीं मांगी तो पूरी दुनिया के मुसलमान फ्रान्स का बाईकाट करें। इस्लामी मोमालिक और हिन्दुस्तान की हुकूमत भी फ्रान्स से सेफरारती ताल्लुकात खत्म करे। ताकि मुल्क का भाईचारा बरकरार रहे।
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