खानदानियों ने मारपीट कर जेवरात, गृहस्थी लूटी, घर पर किया कब्जा
देहात कोतवाली पुलिस पर कार्रवाई न करने का लगाया आरोप
बांदा, के एस दुबे । खानदानियों के सितम से परेशान परिवार अशोक लाट तले क्रमिक अनशन पर बैठा है। आरोप है कि देहात कोतवाली पुलिस ने उनकी फरियाद न तो सुनी और न ही कार्रवाई की। अनशनकारी परिवार प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से न्याय की आस लिए बैठा हुआ है। चेतावनी दी है कि उन्हें न्याय नहीं मिला तो अनशन स्थल पर ही दम तोड़ देंगे।
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क्रमिक अनशन पर बैठा पीड़ित परिवार |
मामला देहात कोतवाली क्षेत्र के चहितारा गांव का है। वहां रहने वाले राजू पुत्र सिपाही लाल व उसकी पत्नी सुमन आदि ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में बताया कि मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे। उनके ही खानदानी कुछ लोगों ने 18 अक्टूबर को लाठी डंडों से राजू और उसकी मां शिवप्यारी को पीटकर गृहस्थी का सामान लूटकर घर के अंदर बंद कर दिया। पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन देहात कोतवाली पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने सिर्फ पीड़ितों को घर के अंदर से बाहर निकाला। आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर पीड़ित परिवार ने पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। इसी के चलते खानदानियों ने पीड़ितों के घर के अंदर की दीवार को तोड़कर शेष बचा गृहस्थी का सामान लूट ले गए और दोबारा घर के अंदर बंद कर दिया। बावजूद इसके पुलिस ने सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप लगाया कि पुलिस खुद उनके मकान पर कब्जा कराना चाहती है। मजबूरन जब किसी ने नहीं सुनी तो पीड़ित परिवार सर्दीले मौसम में अशोक स्तंभ के नीचे खुले आसमान तले न्याय की आस में क्रमिक अनशन पर बैठा हुआ है। पीड़ितों ने ज्ञापन में यह भी कहा कि देहात केातवाली पुलिस का संरक्षण आरोपियों को प्राप्त है। इसीके चलते उनके मकान पर कब्जा कराया गया है। अब भी उन्हें आरोपियों के द्वारा धमकाया जा रहा है।
पीड़ित गरीब परिवार ने जिलाधिकारी से मांग की है कि उन्हें उनके खानदानियों द्वारा किए जा रहे जुल्म से छुटकारा दिलाया जाए। इसके साथ ही आरोपियों द्वारा लूटा गया उनकी घर गृहस्थी का सामान दिलाया जाए ताकि वह जीवन यापन कर सकें। देहात कोतवाली पुलिस की कारगुजारियों की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी थाना प्रभारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। अनशनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो परिवार अनशन स्थल पर ही अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेंगे।
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