हैंडपंप मरम्मत व अन्य कार्यों के नाम पर लाखों रुपए का गबन
बबेरू, के एस दुबे । आखिरी समय होने पर ग्राम पंचायतों में फर्जी कार्य दर्शा कर धन ठिकाने लगा कर बंदरबांट करने का सिलसिला जोरो से चल रहा है। ग्राम परास में हैण्डपंप मराम्मत एवं रिबोर के नाम से लाखों रूपए आहरण कर डकार लिया गया। शिकवा शिकायत पर अब रिबोर के लिए मशीन खड़ी कर दी गई है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री समेत प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायती पत्र भेज कर कार्रवाई की मांग की है।
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खराब पड़ा हैंडपंप |
ग्राम पंचायत परास के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर बताया कि ग्राम पंचायत में एक दर्जन हैण्डपंप बिगडे़ पड़े हैं। हैण्डपंपों की अभी तक मरम्मत नही कराई गई है। सभी हैण्डपंप दो वर्ष से शोपीश की की तरह खड़े है। लेकिन ग्राम प्रधान ने आखिरी समय होने पर एक वर्ष में 20 नवम्बर 2020 को 1,12,500 रूपए, 14 फरवरी 2020 को 85500, 14 फरवरी को 80100, 20 मार्च 2020 को 75300, दोबारा 20 मार्च को 95900, 31 मई 2019 को 99500, दोबारा 31 मई को 77500, 29जून 2019 को 62500, 5 अगस्त 2019 को 76500, 10 दिसम्बर 2019 को 76100 रूपए अहरण कर गबन कर लिया गया है। अवधलाल के मकान के पास हैण्डपंप खराब था जिसे रिबोर करने की मांग की गई थी। एक वर्ष पहले रिबोर का धन निकाल कर हजम कर गए लेकिन अभी तक हैण्डपंप का रिबोर नही हुआ है। जब जानकारी मिली तो शिकायत की गई तो अब एक पखवारा पहले रिबोर करने
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दिखावा करने को रीबोर के लिए खड़ी कराई गई मशीन |
के लिए मशीन खड़ी कर दी गई है। अभी बोर करना शुरू नही किया गया है। नरेश श्रीवास ने बताया कि 5 वर्ष हमारे दरबाजे के सामने का हैण्डपंप खराब पड़ा है। कई बार प्रधान से लेकर अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन आज तक हैण्डपंप की मरम्मत नही की गई है। बृद्व महिला सुदी ने बताया कि मेरे दरबाजा के सामने हैण्डपंप खराब पड़ा है। कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई सुधि नही ली जा रही है। दरबारी यादव के सामने भी 5 वर्ष से हैण्डपंप खराब ठूंठ की तरह खड़ा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एक वर्ष में मरम्मत के नाम पर जितनी धनराशि निकाल कर बंदरबांट गई है उतनी रकम से दजनों नए हैण्डपंप लग जाते। मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में मांग की गई है कि ग्राम पंचायत द्वारा हैण्डपंपों की मरम्मत एवं रिबोर के नाम निकाली की धनराशि सहित ग्राम पंचायत के सभी कार्यो की जांच कराकर घन रिकबरी कराई जाए।
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