रेडिएशन का असर होता है कम
हमीरपुर, महेश अवस्थी । गाय के गोबर का उपयोग कर दीपक व गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों के अलावा दवाइयों का निर्माण करने का श्रेय गयादीन प्रजापति को जाता है ।वे इसका प्रशिक्षण गांव की महिला समूहों और बेरोजगार युवक, युवतियो को देकर घर बैठे रोजगार देने का प्रयास कर रहे है, ताकि गांव से पलायन को रोका जा सके ।उन्होंने बताया कि गोशालाओ के खुलने के बाद उनका गोमूत्र व गोबर अनुपयोगी होने से फेका जा रहा था।उसका उपयोग कर
दियाली व मूर्तियां बनाई जा रही है।जिसमे 85 फीसदी गोबर 10 फीसदीमिट्टी,5 फीसदी मेथी,इमली के बीज का इस्तेमाल करते है ।इसीप्रकार गो मूत्र से अर्क ,आसव, गोबर की राड,धूप बत्ती,मच्छर की क्वायल बना रहे है।गो सेवा समिति से जुड़े होने की वजह से उन्होंने माटी कला बोर्ड के चेयरमैन से ग्रामीणों के प्रशिक्षण में स्टाइपेंड दिलाने,निर्माण कार्य मे लगे लोगों को अनुदान व उत्पाद को अनुदानित राशि मे बिकवाने की व्यवस्था की मांग की
है ।उन्होंने बताया कि वे मत्था से तक्रारिस्ट, गो मूत्र से घनवटी,नारी संजीवनी रस,चर्म रोग के लिए मरहम समेत 108 मरजो के उपचार के लिये गोबर व गोमूत्र सेडवाये भी बना रहे है।मोबाइल के रेडिएशन को दूर करने के लिए गोबर से चिप बनाई है ।जो मोबाइल में रखी जाती है ।गोबर के बने शुभ लाभ घर मे लगाने से रेडियाशन का असर कम होता है।
No comments:
Post a Comment