जिले में सौहार्दपूर्वक मनाया गया विजयदशमी पर्व
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। धर्मनगरी में अन्याय और अत्याचार के प्रतीक रावण के पुतले का दहन व प्रभु श्रीराम के विजय के साथ विजया दशर्मी पर्व धूमधाम से मनाया गया। मुख्यालय के पुरानी बाजार धुस मैदान में मास्क लगे रावण का पुतला दहन हुआ। इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था चाकचैबंद रही।
मास्क लगा राणवा का पुतला धू-धूकर जला
मुख्यालय के पुरानी बाजार में रावण के पुतला दहन को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। अन्याय और अत्याचार के प्रतीक रावण का सत्य के प्रतीक श्रीराम ने वध किया। इसके बाद मास्क लगे रावण के पुतले में आग लगायी। आग लगते ही धू-धूकर रावण जला। इस बार 12 फिट की जगह आठ फिट का पुतला बनाया गया था। कोरोना के चलते दर्शकों की भीड़ सीमित रही। दर्शकों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाये। एक-दूसरे को गले लगाकर दशहरा की बधाईयां दी। इसके साथ ही पान खिलाने का दौर शुरू हुआ। दशहरा मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित हुये। देर शाम तक मिलन समारोह चलता रहा। लोग एक-दूसरे के घर जाकर गले मिलकर दशहरा की बधाईयां दी। वहीं लोगों ने घरों में बने पकवान को खिलाया। इसी क्रम में राजापुर, मानिकपुर, मऊ, बरगढ़ आदि कस्बों में हर्षोल्लास के साथ दशहरा पर्व मनाया गया।
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