फतेहपुर, शमशाद खान । काजी-ए-शहर कारी फरीद उद्दीन कादरी ने कहा कि पैगम्बरे इस्लाम का जन्मदिन विश्व शांति का दिन है। आपने विश्व शांति व आपसी सौहार्द के लिए प्रत्येक निर्जीव व सजीव मनुष्य तथा अल्लाह तआला के मध्य अधिकारों, कर्तव्यों का एक ऐसा नाता कानूनी शक्ल में पैदा किया जिसके सिवाए प्रेम स्वभाव की दूसरी और कोई बात बनती नहीं है। इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है कि सम्पूर्ण जीवन में कभी किसी को मारने, डांटने या प्रताणित करने का कोई लेख नहीं मिलता।
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काजी-ए-शहर फरीद उद्दीन कादरी। |
काजी-ए-शहर श्री कादरी ने कहा कि पैगम्बरे इस्लाम ने सदैव गरीब, बेसहारा, असहाय, अनाथ एवं विधवा की खुले दिल से बिना भेदभाव के सहायता की। आपने पति-पत्नी, स्त्री-पुरूष के अधिकारों में समानता का पाठ पढ़ाया। राजा व रंक सभी का मनुष्यता के धागे में पिरो दिया। जालिम केे जुल्म को रोका, मजलूम की हरसंभव सहायता की। हमें चाहिए कि हम अल्लाह तआला के महबूब हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहिवसल्लम के जन्मदिन पर खुशी मनायें और नबी की सुन्नतों पर चलकर बिना भेदभाव के एक दूसरे से अपनी खुशियां बांटे। बिना रंग, धर्म, नस्ल के भाईचारा बनाये रखने की भरपूर कोशिश करें। श्री कादरी ने अवाम से अपील किया कि कोविड-19 के प्रकोप के चलते और सरकारी गाइड लाइन पर अमल करते हुए बारा रबीउल अव्वल के मौके पर खर्च होने वाली रकम से गरीब और जरूरतमंदों की मदद करें।
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