33 वें दिन भी संयुक्त संघर्ष समिति का ध्यानाकर्षण कार्यक्रम जारी
फतेहपुर, शमशाद खान । संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में विद्युत वितरण मण्डल के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में हाइडिल कालोनी में लगातार 33 वें दिन भी दो बजे से पांच बजे तक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम किया। वक्ताओं ने कहा कि अगर चार अक्टूबर तक निजीकरण के अपने फैसले को सरकार वापस नहीं लेती तो संगठन पांच अक्टॅबर से पूर्ण कार्य बहिष्कार किया जायेगा।
ध्यानाकर्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अधिशाषी अभियन्ता प्रथम प्रभाकर पाण्डेय ने कहा कि भारत सरकार द्वारा भारतीय विद्युत अधिनियम संशोधन बिल-2020 से देश की पूरी विद्युत व्यवस्था को निजीकरण करने के उद्देश्य से लाया गया। जिस पर प्राथमिक स्तर पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 21 जिलों
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ध्यानाकर्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते वक्ता। |
को पूंजीपतियों के हाथों में बेंचने का प्राविधान है। उपखण्ड अधिकारी आशीष सिंह पूर्वांचल सचिव ने बताया कि निजीकरण के बाद लोगों में बेरोजगारी तेजी से बढ़ेगी। उन्होने कहा कि प्रतिदिन दो बजे से पांच बजे तक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम किया जायेगा। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र सिंहसिंह यादव ने कहा कि पूर्वांचल के निजीकरण होने से प्रदेश के किसानों एवं गरीबों को मिलने वाली बिजली महंगी हो जायेगी। जिसका सीधा प्रभाव देश की गरीब जनता पर पड़ेगा। जिससे देश में गरीबी और बेरोजगारी तेजी से बढ़ेगी। इस मौके पर अधिशाषी अभियन्ता आरएन सिंह, खागा मेघ सिंह, उपखण्ड अधिकारी पवन सिंह, फूलचन्द्र भारती, वैभव आनन्द, दिलीप कुमार, प्रशांत शुक्ला, अटेवा संगठन के जिलाध्यक्ष निधान सिंह यादव ने भी अपने संगठन का समर्थन किया। अवर अभियन्ता कल्लू राम यादव, निलेश मिश्रा, जूनियर संगठन जिलाध्यक्ष नरेन्द्र नाथ, टीजी-2 प्रिन्स मिश्रा, अजीत सोनी, दीपक सचान, धीरेन्द्र, आशीष, सुरेश चन्द्र मौर्या, अशोक, बुद्धराज, जय सिंह, राजेश कुमार आदि ने भाग लिया।
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