बांदा, के एस दुबे । देश के नामचीन अखबारों में सफल संपादक रहे देश के जाने माने पत्रकार सुनील दुबे के निधन पर उप्र जर्नलिस्ट एसोसएिशन (उपजा) की ओर से सिविल लाइन में शोक सभा की गई।
स्व.श्री दुबे के साथ लंबे अरसे तक काम करने वाले वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश त्रिपाठी बताते हैं कि प्रतिष्ठित अखबारों में समाचार और विज्ञापन को अलग अलग श्रेणी में बांटने का श्रेय श्री दुबे को ही जाता है। उनका कहना था कि मेरा पत्रकार किसी के यहां विज्ञापन मांगने नहीं जाएगा। बताते हैं कि उनके इस कथन के बाद ही अखबारों में विज्ञापन प्रतिनिधि का नया पद सृजित किया गया। हमीरपुर के खंडेह गांव में जन्मे और बांदा शहर में बचपन बिताने वाले श्री
![]() |
सुनील दुबे (फाइल फोटो) |
दुबे ने पत्रकारिता की ऊंचाईयों को छुआ तो उनके नाम के साथ ही बांदा और हमीरपुर जिला भी गौरवांवित होता रहा। जिलाध्यक्ष सीपी तिवारी ने श्री दुबे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। पत्रकारों ने उन्हें अपना आदर्श बताकर उनकी कर्तव्य निष्ठा की सराहना की। भीष्मदेव दुबे सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रद्युम्न कुमार लालू दुबे ने पत्रकारों के साथ दिवंगत आत्मा की शांति के लिए कामना की। शोक सभा में संरक्षक रामेश्वर प्रसाद गुप्ता, दिलीप गुप्ता, हरदेव त्रिपाठी, सुनील तिवारी, सत्येंद्र श्रीवास्तव, विवेकराज मिश्र आदि शामिल रहे।
No comments:
Post a Comment