पलायित मजदूरों के बच्चों को जोड़े शिक्षा से
हमीरपुर, महेश अवस्थी । एक्शनएड, यूनीसेफ एवं आदित्य बिरला कैपिटल के संयुक्त तत्वावधान में संचालित नई पहल परियोजना के अंतर्गत विकासखंड सरीला के ब्लाक सभागार में ब्लाक स्तरीय अभिसरण की बैठक में कोरोना काल में बच्चों की बाधित हो रही शिक्षा को सुचारू रूप से शुरू कराने पर चर्चा हुई। साथ ही कोरोना वायरस से बचने के टिप्स दिए गए।
खंड शिक्षा अधिकारी विनय कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि वैश्विक महामारी से पूरा देश जूझ रहा है। बच्चों की शिक्षा पूरी तरह बाधित हो गई। लेकिन अभिभावक बच्चों को घर में कम से कम दो-तीन घंटे पढ़ाएं। पुनः स्कूल खोलने के लिए सरकार गाइडलाइन जारी कर रही है। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में हम सबको एक जुट कर काम करने की जरूरत है। खंड विकास अधिकारी अनुराग सिंह ने बच्चों की शिक्षा पर काम कर रही एक्शन एड संस्था की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा से अपने अधिकारों को समझा जा सकता है। गांव के पढ़े लिखे युवा अपने गांवों में बच्चों को निशुल्क शिक्षा दें। समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए बच्चों को घर पर ट्यूशन दें। एडीओ पंचायत रामस्वरूप ने सामाजिक दूरी बनाने, मास्क लगाने और पलायित मजदूरों के बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने को कहा। राम सिंह (प्रधानाध्यापक), शिव नारायण राजपूत ने भी विचार रखे।
एक्शन एड के एडीसी इमरान अली ने लोगों को मास्क व सेनेटाइजर बांटे। कहा कि शारदा कार्यक्रम के तहत 5 से 14 वर्ष के आउट आफ स्कूल और ड्राप आउट बच्चों के सर्वे का कार्य चल रहा है। सभी को आगे आकर इसमें सहयोग करना चाहिए। संस्था के जिला समन्वयक अशोक कुमार ने बैठक का संचालन करते हुए कहा कि शिक्षा को बांटने से ज्ञान बढ़ता है। बाल श्रम को खत्म करते हुए बच्चों को उनका अधिकार दिलवाने में सहयोग करें। बैठक में अमित सिंह (नेहरू युवा केंद्र), अनिल राजपूत, बबली, सुशील राजपूत, मनीष कुमार सहित तमाम ग्रामीण उपस्थित रहे।
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