फतेहपुर, शमशाद खान । विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आहवान पर निजीकरण के विरोध में लगातार 31 वें दिन अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा एकजुट होकर हाइडिल कालोनी प्रांगण पर दोपहर दो बजे से पांच बजे तक कार्य बहिष्कार किया गया। यह कार्यक्रम चार अक्टूबर तक चलेगा। तत्पश्चात पांच अक्टूबर से पूर्णतः कार्य बहिष्कार किया जायेगा।
कार्य बहिष्कार को सम्बोधित करते हुए संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष उमाकांत अग्निहोत्री ने बताया कि अगर सरकार द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को बेंचा गया तो सभी कर्मचारी कार्य बहिष्कार के लिए बाध्य होंगे। सहायक लेखाधिकारी चन्द्रेश रायजादा ने कहा कि कर्मचारियों द्वारा पिछले तीस दिनों से शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किये जाने के बावजूद हठधर्मिता को नहीं छोड़ा जा रहा है। निजीकरण की ओर अग्रसर करते हुए स्टैण्डर्ड बिडिंग
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निजीकरण के विरोध में कार्य बहिष्कार करते संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी। |
डाकूमेन्ट जारी कर दिया गया है। जिसकी वजह से आज कर्मचारी विरोध प्रदर्शन के तीसरे चरण में कार्य बहिष्कार करने को मजबूर हैं। अधिशाषी अभियन्ता प्रथम प्रभाकर पाण्डेय ने बताया कि निजीकरण के विरोध में आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। प्रदेश सरकार बहरी एवं गूंगी हो गयी है। यह पूरी तरह से कारपोरेट घरानों की हो गयी है। उपखण्ड अधिकारी पवन सिंह ने बताया कि निजीकरण के बाद लोगों में बेरोजगारी तेजी से बढ़ेगी। साथ ही बताया गया कि प्रतिदिन दो बजे से पांच बजे तक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम किया जायेगा। इस मौके पर पवन सिंह, दिलीप कुमार, वैभव आनन्द, अजीत सोनी, कुलदीप उत्तम, प्रमोद सोनी, धीरेन्द्र, आशीष, सुरेश चन्द्र मौर्य, लवकुश मौर्य, अशोक, बुद्धराज, जय सिंह, राजेश कुमार, संतोष कुमार, रामचन्द्र मौर्य, अजीत सिंह, विनय कुमार शुक्ला, रतन मिश्रा, आशीष कुमार पाण्डेय, ओम प्रकाश वर्मा आदि मौजूद रहे।
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