हमीरपुर, महेश अवस्थी । पांच माह की उम्र में अपने माता पिता के साथ जेल आया कृष्णा अब जेल से मुक्त हो गया।उसने कोई अपराध नही किया था ,मगर मां बाप के साथ सजा भोग रहा था। जब वह जेल में आया था तब उसकी उम्र मात्र 5 माह थी।जेल में उसका नामकरण किया गया,नाम दिया गया कृष्णा ।चार साल का होने प्रजाइल प्रशासन ने उसे स्कूल में भर्ती कराया ।अब उसकी उम्र 6 साल हो गयी ,इसलिए अदालत के आदेश से उसके नाना को सुपर्द कर दिया गया ।कोतवाली के हेलापुर निवासी गुड़िया व उसके पति नरेंद्र को देवरानी संगीता की हत्या आरोप
सिद्ध होने पर 7 अप्रैल 2018 को विशेष न्यायाधीश ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई ।जेलर पी के त्रिपाठी बताते है कि जेल मैनुअल के मुताबिक कृष्णा 6 वर्ष का होने के कारण अब जेल में नही रह सकता है ।उसे नाना कल्लू निवासी रामपुर थाना जसपुरा जिला बाँदा को सुपुर्द कर दिया गया है।सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए कि कृष्णा की ठीक ढंग से परवरिश करेंगे ।कृष्णा के जेल से जाने के बाद मां बाप बेहद दुखी है ।जेलर पी के त्रिपाठी ने कापी किताब का बैग व टॉफी देकर कृष्णा को विदा किया ।जेल कर्मी भी उदास दिखे ।
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