हमीरपुर, महेश अवस्थी । पोषण अभियान के तहत कृषि विज्ञान केंद्र कुरारा में इफको के सहयोग से महिला कृषक प्रशिक्षण में केंद्र अध्यक्ष डॉ मुस्तफा ने सहजन लगाने और उसके पौष्टिक महत्व के बारे में बताया ।गृह वैज्ञानिक डॉ फूल कुमारी ने पोषण वाटिका लगाने की तैयारी के बारे में सचित्र जानकारी देते हुए उनके पौष्टिक और औषधीय गुणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।उन्होंने कहा कि गृह वाटिका घर का वैद्य है ।जिसके बिना पूरे परिवार का स्वस्थ रहना सम्भव नही है ।वैज्ञानिक डॉ शालिनी ने महिलाओं को स्वस्थ रहने के लिए अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दी ।फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ चंचल सिंह ने गृह वाटिका में कीटो के रोग प्रबंधन में नीम और नीम के तेल के उपयोग करने की सलाह दी ।उद्यान वैज्ञानिक डॉ प्रशांत कुमार ने गृह वाटिका में ब्रोकली और स्ट्राबेरी को शामिल
करने पर जोर दिया।इनकी पौष्टिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ब्रोकली कैंसर की रोकथाम के लिए बहुत उपयोगी है । डॉ एस पी एस सोमवंशी पशुपालन ने जैविक खाद बनाने की विधि बताई ।क्षेत्रीय प्रबंधक आकाश दुबे ने गृह वाटिका में जैविक खाद के अधिक से अधिक इस्तेमाल करने को कहा। मुख्य अतिथि जिला परियोजना अधिकारी बाल विकास एवम पुष्टाहार कुरारा व गोहांड संजीव,प्रबंधक इफको, केंद्र के सभी वैज्ञानिकों ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।गोष्ठी में सातों विकास खण्डों के बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुख्य सेविकाओं , आंगनवाड़ी, समेत 44 महिला किसानों ने भागीदारी की । उन्हें गृह वाटिका की सब्जी किट और आम ,अमरूद, आंवला,सहजन ,करी पत्ता,जामुन व कटहल के पौधे भी दिए गए ।यहां सहजन और पीपल के बृक्षों को लगाया गया। 98 लोगो ने प्रतिभाग किया ।वैज्ञानिक कृषि प्रसार डॉ एस पी सोनकर ने कार्यक्रम का संचालन किया समापन पर सभी का आभार भी जताया ।
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