बडोखर खुर्द ब्लाक के सभागार में आयोजित किया गया कार्यक्रम
बांदा, के एस दुबे । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बांदा के तत्वाधान में जनपद न्यायाधीश के निर्देशानुसार गरिमा सिंह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बांदा की अध्यक्षता में ब्लाक बडोखर खुर्द के सभागार में महिलाओं को सशक्त बनाये जाने के लिये विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन कोविड-19 के समस्त दिशा निर्देशों के अनुपालन के साथ सामाजिक दूरी बनाये रखते हुये किया गया।
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प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद प्रशिक्षणार्थी |
जागरूकता शिविर में तहसीलदार सदर अवधेश निगम ने बताया कि भारत जैसे पुरूष प्रधान देश में महिलाओं से सम्बंधित विभिन्न सरकारी योजनाओं के बल पर एवं स्वयं सहायता समूह के द्वारा महिलायें आत्मनिर्भर होकर सशक्त हो सकती है। साथ ही यह भी बताया कि महिलाओं के कुपोषण को दूर करने के लिये कई सरकारी योजनायें चलाई जा रही है। जिससे महिलायें शारीरिक रूप से सशक्त हो। उन्होने वृद्धावस्था पेंशन और निराश्रित महिलाओं को पेंशन, आवास, रोजगार प्रदान किये जाने सम्बंधी योजनाओं से अवगत कराया। रिर्सोस परसन प्रियांग्दा सिंह ने बच्चों के हो रहे योन शोषण के सम्बंध में कहा कि माता पिता को अपने बच्चों के बारे में उचित देखरेख करना चाहिये। उनसे बातचीत का दायरा बढ़ाना चाहिये। जिससे कि उनके मन की बात को जान सके। किसी भी आन वाले बाहरी अथवा घर के आगन्तुकों का बच्चों के साथ व्यवहार पर भी निगरानी करनी चाहिये। उनके बैठने उठने के तरीकों पर भी निगाह रखनी चाहिये। कविता अमन ने बताया कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिये आत्मचिन्तन एवं स्वनिर्णय के महत्व पर प्रकाश डाला तथा उन्होने बताया कि महिलाओं को उन नकारात्मक स्थितियों से बचना चाहिये, उनके सशक्त होने में बाधक है। रिसोर्स परसन द्वारा भारतीय संविधान द्वारा महिलाओं को परिवार की चल अचल सम्पत्ति पर मिलने वाले हक के सम्बंध में विस्तार से जानकारी दी गई। सुमन शुक्ला महिला पराविधिक स्वयं सेवक व रूबी जैनब द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त कर महिलाओं के सशक्तीकरण के सम्बंध में चर्चा की गई। इस अवसर पर शिविर में राशिद अहमद अंसारी, नासिर अहमद, आरती धुरिया, भैरव प्रसाद आदि उपस्थित रहे।
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